फार्म के अंदर सोनाली मुर्गी किस तरह से पालते है, कितनी जगह मे कितनी मुर्गियों को पाल सकते है, फ़ीड और दवा की जानकारी दी गई है इस पोस्ट मे।
मुर्गी फार्म की बनावट और जरूरी समान
सोनाली मुर्गी फार्म का आकार लंबाई मे रखें, हवा और रोशनी आने जाने के लिय जगह छोड़ें,
फार्म की चोड़ाई 15-20 फीट रखें लंबाई 40 से 50 फीट।
फार्म को इस से बड़ा ना बनाए जरूरत पड़ने पर दूसरा फार्म बना लें जो पहले फार्म से कम से कम 50 फीट दूर हो।
पहले फार्म के ज्यादा नजदीक दूसरे फार्म को बनाने से मुर्गियों मे बीमारी फैलने का जोखिम बढ़ जाता है।
फार्म मे मुर्गियों के लिय ड्रिंकर और फीडर को 5-6 फीट की दूरी मे लगा दें।
फार्म मे ड्रिंकर और फीडर को इस तरह से लगाएं की एक फीडर और एक ड्रिंकर मुर्गियों के सामने हो, जैसे एक फीडर और ड्रिंकर फिर फीडर हो।

20×50=1000 फीट के फार्म मे कितनी मुर्गियाँ रखना चाहिए?
1000 फीट के फार्म मे अगर मास के लिय सोनाली देसी मुर्गी पाल रहे है तो 600 से 650 मुर्गी को रखें,
जे जगह मुर्गी के लिय सही होता है,
अगर ज्यादा संखिया मे मुर्गी को फार्म मे तख्ते है, तो मुर्गियों मे भीड़ हो जाता है।
जिस से मुर्गियाँ बीमार पड़ने लग जाती है, और ग्रोथ भी धीमा पड़ जाता है,
अंडे देने वाली मुर्गी
1000 फीट के फार्म मे अंडे देने वाली देसी, सोनाली मुर्गी 500 पाल सकते है,
अंडे देने वाली मुर्गियों को खुले मे रहना पसंद होता है, अगर आप ज्यादा भीड़ मे मुर्गियों को रखते है,
तो मुर्गियाँ अंडे देना कम कर देती है,
मुर्गी के चूजे पालन-पोसन
सोनाली मुर्गी के चूजे लेने के लिय Click करें।
मुर्गी के चूजे को पहले सात दिन बहुत सावधानी से पालना पड़ता है,
एक से सात दिन चूजे पालने की विधि को ब्रूडिंग कहते है,
अगर आप नहीं जानते की ब्रूडिंग कैसे करते है, तो चिंता न करें इंडियन हैचरी के एक्सपर्ट के द्वारा लिखा गया ब्लॉग एक दिन से सात दिन तक चूज़े की देख-रेख कैसे करें को जरूर पढ़ें।
फार्म मे जरूरत के हिसाब से दवाओं और फ़ीड का इस्तिमल
सोनाली मुर्गी को फार्म के अंदर पालने वालों को कभी भी देसी फ़ीड और देसी इलाज का उपयोग नहीं करना चाहिय,
देसी फ़ीड और देसी इलाज धीमा काम करते है,
जो फार्म के अंदर मुर्गी पालन करने वालों के लिय नुकसान करवा सकता है,
देसी फ़ीड खिलाने से सोनाली मुर्गी को बड़ा होने मे 100 दिन से 120 दिन लग जाता है।
और बाजार के फ़ीड से सोनाली मुर्गी 70 से 80 दिन मे बड़ी हो जाती है।
फ्री रेंज मे सोनाली मुर्गी पालने वाले देसी फ़ीड खिला सकते है।
फ्री रेंज मे 40% से 60% तक मुर्गियाँ बाहर से अपना पेट भर लेती है।
फार्म के अंदर मुर्गी पालन मे अगर किसी फार्मर के पास कम कीमत मे देसी फ़ीड उपलब्ध है
तो वो देसी फ़ीड खिला सकते है। कम कीमत वाले देसी फ़ीड मे बरसिन, आज़ोला, साग पते शामिल होते है,
फार्म के अंदर सोनाली मुर्गी पालन करने मे रखे जाने वाली सावधानियाँ
- फार्म के अंदर सोनाली मुर्गी पालन मे, सेल करने का सही समय 70 दिन से 80 का होता है
- अगर फार्मर 80 दिन से ज्यादा मुर्गी को रखता है। तो फार्मर का फ़ीड का खर्चा ज्यादा हो जाता है।
- बाजार के फ़ीड से सोनाली मुर्गी बहुत तेजी से बड़ी होती है, मगर 70 से 80 दिन के बाद वजन बढ़ना धीमा हो जाता है। जो फार्मर के लिय नुकसान का कारण बंता है।
- अगर फार्मर 80 दिन से ज्यादा मुर्गी को रखता है। तो फार्मर का फ़ीड का खर्चा ज्यादा हो जाता है।
सोनाली मुर्गी फ़ीड
- फार्म के अंदर मुर्गी पालन मे हमेशा बाजार का फ़ीड ही खिलना चाहिए
- 2 दिन देसी फ़ीड खिलाने से मुर्गी 3 दिन से 4 दिन ज्यादा लेती है। बड़ा होने मे,
- इसे अच्छे से समझे :- एक से 70 दिन तक सोनाली मुर्गी को बजार का फ़ीड खिलाने से मुर्गी 900 ग्राम और मुर्गा 1 किलो के हो जाते है। अगर 70 दिन के बीच मे 2 दिन देसी फ़ीड जैसे गेहूं,चवाल, मका जसे फ़ीड देते है तो मुर्गी को 900 ग्राम और मुर्गा को 1 किलो होने मे 74 से 75 दिन लग सकता है,
- 2 दिन देसी फ़ीड खिलाने से मुर्गी 3 दिन से 4 दिन ज्यादा लेती है। बड़ा होने मे,
फार्म मे जरूरी समान जरूर रखें
- बीमार मुर्गी के इलाज के लिय सही जगह और दवाई अपने फार्म मे रखें।
- साधारण दवाई जैसे मुर्गी की पतली बीट की दवाई, मल्टीविटामिन ( multivitamin ), लीवर टॉनिक, के साथ मुर्गी की रोगप्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने वाले एंटीबायोटिक को फार्म मे हमेशा रखें। और साथ मे बीमार मुर्गी को अलग रखने की जगह भी बना कर रखें।
- फ़ार्मिंग के शूरवाद से ही मुर्गी को रोगप्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने वाले एंटीबायोटिक दें साथ मे मल्टीविटामिन लीवर टॉनिक दें, ध्यान दें मुर्गी को दस्त बहुत जल्दी हो जाता है। मुर्गी की बीट पतली होते ही दवाई दें नहीं तो दस्त होने से मुर्गी का ग्रोथ रुक जाता है, अगर फार्म मे कोई एक भी मुर्गी बीमार हो जाती है, तो तुरंत उसे सभी मुर्गी से अलग रखें। जिस से एक मुर्गी से दूसरी मुर्गी मे बीमारी फैलने का जोखिम कम हो जाता है।
- साधारण दवाई जैसे मुर्गी की पतली बीट की दवाई, मल्टीविटामिन ( multivitamin ), लीवर टॉनिक, के साथ मुर्गी की रोगप्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने वाले एंटीबायोटिक को फार्म मे हमेशा रखें। और साथ मे बीमार मुर्गी को अलग रखने की जगह भी बना कर रखें।
सही फ़ीड लें
- जब भी बाजार से फ़ीड लें अच्छी कुयल्टी का ही फ़ीड लें। सस्ते फ़ीड मे अक्सर पोषन तत्व की कम होती है, इस लिय की अच्छी कंपनी का फ़ीड ही मुर्गी को खिलाएं।
- अच्छी कंपनी फ़ीड चुनने मे परेशानी हो रही हो तो किसी दूसरे मुर्गी फार्मों मे जा कर पता कर सकते है। की आपके लोकल एरिया मे कौन सी कंपनी का फ़ीड बेहतर है। सही फ़ीड ही लें नहीं तो नुकसान हो सकता है।
इस लेख के महत्वपूर्ण वाक्य, सोनाली मुर्गी फार्म के अंदर पालने की पूरी जानकारी
मुर्गी फार्म की बनावट और जरूरी समान
20×50=1000 फीट के फार्म मे कितनी मुर्गियाँ रखना चाहिए?
फार्म मे जरूरत के हिसाब से दवाओं और फ़ीड का इस्तिमल
फार्म के अंदर सोनाली मुर्गी पालन करने मे रखे जाने वाली सावधानियाँ
सोनाली मुर्गी, देसी मुर्गी, कड़कनाथ मुर्गी के चूजे और बत्तख के चूजे लें।
- Original sonali desi chicks farmingशुद्ध सोनाली मुर्गी के चूजे ( Original Sonali desi chicks ) की पहचान कैसे कर सकते है, और सोनाली मुर्गी फ़ार्मिंग से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी को इस … Read more
- घर मे देसी मुर्गी पालन कैसे कर सकते है, और किन बातों का ध्यान रखने की जरूरत होती है।घर मे देसी मुर्गी पालन कर रहे है, तो जे पोस्ट आपके लिय है, इस पोस्ट मे हम बताएंगे, घर मे मुर्गी पालन के क्या क्या सावधानियाँ … Read more
- Indian hatchery Barharwa me hai. मुर्गी पालने वालों के लिय बेहतरीन मोका।बरहरवा मे है इंडियन हैचरी ( Indian hatchery Barharwa me hai ) जहां सोनाली मुर्गी के चूजे, के साथ साथ देसी मुर्गी, कड़कनाथ मुर्गी, और बत्तख के … Read more
- kadaknath murgi palan karna chahiy yan nahiकड़कनाथ मुर्गी पालन करना चाहिय जां नहीं ( kadaknath murgi palan karna chahiy yan nahi ) इस लेख मे हम अपने अनुभव और कड़कनाथ मुर्गी पालन करने … Read more
- सोनाली मुर्गी फार्म के अंदर पालने की पूरी जानकारीफार्म के अंदर सोनाली मुर्गी किस तरह से पालते है, कितनी जगह मे कितनी मुर्गियों को पाल सकते है, फ़ीड और दवा की जानकारी दी गई है … Read more
आपके पूछे जाने वाले सवाल
बाजार मे 350 सो से 400 रुपये किलो बिकता है।
साल मे सोनाली मुर्गी 270 से 280 अंडे देती है।
सोनाली मुर्गी पालन मे अगर 2 लाख खर्चा आता है, तो लगभग मुर्गी सेल 3.2 लाख से 3.6 लाख की सेल होता है।
