मुर्गियाँ एक दूसरे को नोचती है क्या करें मुर्गियाँ एक दूसरे को नोच नोच कर जखमी कर रही है, और आपको नहीं पता चल पा रहा मुर्गियाँ ऐसा क्यों कर रही है,
मुर्गियों को नोचने से रोक क्या कर सकते है।
इस ब्लॉग पोस्ट मे हम अपने फार्मर जगदीश राय के 12 साल के अनुभव को बताया है, उन्होंने बताया है मुर्गियाँ क्यों एक दूसरे को नोचती है, और क्या कारण होता है, जो मुर्गियाँ आपस मे लड़ने लग जाती है , और मुर्गियों को लड़ने से किस तरह से रोका जा सकता है,
जिस से नए फार्मर और बेहतर तरीके से मुर्गी पालन कर सकते है।
मुर्गियाँ एक दिसरे को नोचने के प्रमुख कारण।
- फार्म के आकार से ज्यादा मुर्गियाँ फार्म मे रखना
- फ़ीड कम देना
- कैल्शियम की कमी
- साफसफाई की कमी
फार्म के आकार से ज्यादा मुर्गियाँ फार्म मे रखना

अक्सर नए फार्मर सोचते है। जितना ज्यादा फार्म मे मुर्गियाँ रखेंगे उतना ज्यादा मुनाफा कर सकते है।
यही सोच कर फार्म के साइज़ के अनुसार जितनी मुर्गियाँ रखना चाहिय उससे ज्यादा मुर्गियाँ रख लेते है।
मुर्गियों को अगर घूमने फिरने के लिय खुली जगह नहीं मूलती तो वो एक दूसरे को चोंच मरने लगती है।
ऐसे हलट मे जल्दी से फार्म को बड़ा करने की जरूरत होती है।
यां मुर्गियों की संखिया को कम कर सकते है। जिसके लिय फार्मर कुछ मुर्गियों को बेच सकते है।
बेचने के लिय चाहे कम कीमत मे ही मुर्गियों को बेचना पड़े।
फार्मर फिर भी फायदे मे ही रहेंगे क्योंकि मुर्गियों की भीड़ को कम नहीं करने से मुर्गियाँ एक दूसरे को इतना नोचती है की मुर्गी को जान से मार देती है।
और जो मुर्गी नहीं मरती उसकी खूबसूरती को खराब कर देती है।
ऐसी मुर्गियों को बिक्री करना बहुत मुश्किल हो जाता है।
फ़ीड कम देना
अगर मुर्गियों को भर पेट फ़ीड नहीं मिलता तो भी मुर्गियाँ एक दूसरे को नोचने लगती है।
अक्सर जे नोचा-नोची इतनी बढ़ जाता है की एक दूसरे को जान से मार देती है,
मुर्गी को फ़ीड कम देने से होने वाले नुकसान
फ़ीड की कमी से मुर्गियों का ग्रोथ रुक जाता है, लूसमोसन, होने की संभावना होती है।
ज्यादा दिन कम फ़ीड देने से मुर्गियों का वजन कम होने लगता है।
और बीमारियों से लड़ने की शक्ति कम जाती है।
कैल्शियम की कमी
अंडे के लिय देसी मुर्गी पालने वालों फार्मर अक्सर शिकायत करते है मुर्गियाँ एक दूसरे के पंख को नोच कर खा रही है।
देसी मुर्गियाँ जब अंडे देने वाली होती है, तो उन्हें कैल्शियम और प्रोटीन अधिक मात्रा मे जरूरत होता है,
अगर आपके फ़ीड मे कैल्शियम की कमी है तो मुर्गियाँ कैल्शियम को पूरा करने के लिय दूसरी मुर्गी के पंख को नोच कर खा जाती है।
अंडे देने वाली मुर्गियाँ एक दूसरे को नोच रही है ऐसे हालत मे क्या करें?
सही फ़ीड को दें जिसमे कैल्शियम और प्रोटीन भरपूर मात्रा मे हो जिस से मुर्गी के कैल्शियम और प्रोटीन की कमी पूरी हो, और मुर्गी के अंदर अंडा बन सके,
अंडे देने वाली मुर्गियों के लिय लेयर फ़ीड सबसे बेहतर होता है,
जो मुर्गी के कैल्शियम और प्रोटीन की कमी को पूरा करता है। फ़ीड की और जानकारी के लिय नीचे दिए पोस्ट को पढ़ें।
अगर आप देसी फ़ीड से मुर्गी पालन कर रहे है, तो कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिय दवाओं का उपयोग कर सकते है,
यां अंडे के छिलके फ़ीड मे मिल कर दे सकते है,
प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिय सुखी मशली, और सोयाबीन, ग्रीन मूंग, जैसे अनाजों का पुयोग कर सकते है,
जिसमे प्रोटीन भरपूर मात्रा मे होता है।
जैसे ही मुर्गियों को प्रोटीन और कैल्शियम की कमी पूरी होती है, वो एक दूसरे को नोचना बंद कर देती है,
साफसफाई की कमी
फार्म गंदा होने पर मुर्गियाँ तनाव मे रहती है, और एक दूसरे से लड़ती रहती है, इस लिय फार्म को साफ-सुत्रा रखें, साफ-सफाई की कमी से मुर्गी बीमार होने का जोखिम बहुत ज्यादा बढ़ जाता है,
साफ-सफाई की कमी से coryza होने का जोखिम सबसे ज्यादा होता है coryza के बारे मे पढ़ें।
मुर्गियाँ एक दूसरे को नोचती है तो कुछ सावधानियाँ मुर्गी फार्म मे मुर्गियों को मरने से रोक सकता है।
ध्यान रखें शूरवाद मे एक दो मुर्गियाँ ही नोचना शुरू करती है, शूरवाद मे ही अगर उन मुर्गियों को अलग कर दिया जाए तो फार्मर को समय मिल जाता है।
मुर्गियाँ एक दूसरे को क्यों नोच रही है, समझने का और उन कमियों को पूरा करने का
अगर फार्म के किसी मुर्गी को नोच दिया है और खून निकल रहा है तो उस मुर्गी को अलग रखें नहीं तो सभी मुर्गियाँ उसी मुर्गी को नोचेंगे और मार देंगे।
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इस लेख के महत्वपूर्ण वाक्य, मुर्गियाँ एक दूसरे को नोचती है क्या करें
मुर्गियाँ एक दिसरे को नोचने के प्रमुख कारण।
फार्म के आकार से ज्यादा मुर्गियाँ फार्म मे रखना
मुर्गी को फ़ीड कम देने से होने वाले नुकसान
अंडे देने वाली मुर्गियाँ एक दूसरे को नोच रही है ऐसे हालत मे क्या करें?
मुर्गियाँ एक दूसरे को नोचती है तो कुछ सावधानियाँ मुर्गी फार्म मे मुर्गियों को मरने से रोक सकता है।
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