शुद्ध देसी मुर्गी की सामान्य जानकारी

 

शुद्ध देसी मुर्गी की सामान्य जानकारी

देसी मुर्गीयों का पहचान करना बहुत आसान होता है। शुद्ध देसी मुर्गी छोटी होती है।

जिसका नर का वजन 800 ग्राम से 1200 ग्राम तक होता है मादा का वजन 750 ग्राम से एक किलो तक कि होती है।

इस लिये कई ग्रामीण क्षेत्रों में इसे छोटी प्रजाति की मुर्गी भी कहते है।

शुद्ध देसी मुर्गी
शुद्ध देसी मुर्गी

और

देसी मुर्गीयों के पैर छोटे और पतले होते है। और पंख के रेशे बहुत मजबूत होते है।

देसी मुर्गे 6 महीने पार करने पर पूंछ पर दो से चार अलग से पंख निकलते है।

जो मुर्गे की खूबसूरती को और निखार देती है। 

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देसी मुर्गे की खूबसूरती

क्रोस बर्ड्स मुर्गे की तुलना अगर देसी ( कावेरी ) मुर्गे की तुलना से करें तो क्रोस बर्ड्स की खूबसूरती याद होती है।

देसी मुर्गी ( कावेरी ) के नवरंगी पंख बहुत कम निकलते है।

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sonali and desi murga

छोटी प्रजाति की मुर्गीयों के पंख उनके शरीर से चिपके रहते है। ऐसे समझने के लिये किसी अन्य प्रजाति की मुर्गी से तुलना करें तो देखेंगे।

हवा का एक तेज़ झोंका मुर्गी के गर्दन, पीठ, छाती, के पंख उलट जाते है।

मगर छोटी प्रजाति के मुर्गीयों के नही उलटते।और दूसरी प्रजाति की मुर्गीयों से यह ज्यादा फुर्तीली होती है।

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देसी मुर्गी का रंग

देसी मुर्गी का रंग काले, सफेद, लाल, और हल्के पिलेनुमा होते है। अक्सर बड़े मुर्गों में काली और लाल पंखडियाँ निकलती है। 

आंखों के नीचे कालेनुमा सुर्खी पिले पंजे और कलगी लाल होती है।

छोटी प्रजाति की मुर्गियां अंडे सेक कर बच्चे निकलने में शाक्षम होती है। और वो अपने बच्चे को 2.5 से 3.5 महीने तक पालती भी है।

जब मुर्गी कुड़क पर होती है। उसे कुड़क से हटाना बहुत मुश्किल होता है। चाहे आप मुर्गी को अंडे दे याँ ना दें।

बिना अंडे के भी लग-भाग 12-15 दिन कुड़क पर रहती है। जे इसकी सबसे बड़ी पहचान होती है।

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छोटी प्रजाति की मुर्गी साल में कितने अंडे देती है?

छोटी प्रजाति देसी मुर्गी साल में 90 से 130 अंडे देती है। और जे तभी संभव होता है जब मुर्गी अंडों से चूजे नही निकलती। अगर मुर्गी अंडे से बच्चे नकलती है इस स्थिति में 40 से 60 अंडे देती है।

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Pure desi murgi kaha milegi

शुद्ध देसी मुर्गी कहा मिलेगी

शुद्ध देसी मुर्गी ग्रामीण क्षेत्रों में पाया जाने वाली मुर्गी है।

शहरों में यह मुर्गियां बहुत कम पाई जाती है। आदिवासी गांव दिहाति क्षेत्रों में इन मुर्गीयों को पाला जाता है।

इसका बहुत बड़े और कई कारण है।

हालाकी इसकी रोग प्रतिरोधक शक्ति बहुत ज्यादा होती है।

फिर भी छोटी प्रजाति मुर्गीयों की फार्मिंग बहुत कम होती है। इसका कारण है। इसकी ग्रोथ जितनी भी प्रजाति की मुर्गियां है। सबसे कम ग्रोथ इस प्रजाति की मुर्गियां की होती है।

और अंडे भी कम देती है।

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Desi Murgi ke ande

 इस लिये छोटी प्रजाति की मुर्गी फार्मिंग कम करते है ।

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देसी मुर्गी विछड़े गांव और आदिवासियों के पास मिलने का क्या कारण है।

 विछड़े गांव और आदिवासियों के पास छोटी प्रजाति की मुर्गी का मिलने का सबसे बड़ा कारण इसकी रोगपतिरोधक शक्ति है।

गांव में मुर्गीयों के लिये दवाई का प्रयोग बहुत कम किया जाता है।

जिसके कारण दूसरी प्रजाति की मुर्गियां बीमारी से मर जाती है।

लिकिन छोटी प्रजाति देसी मुर्गीयों की प्रतिरोधक शक्ति ज्यादा होने के कारण बीमारियों से बची रहती है।

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देसी मुर्गी (छोटी प्रजाति) हैचरी।

शुद्ध छोटी प्रजाति मुर्गी का किसी हैचरी में मिल जाना बहुत कम उमीद कर सकते है।

कारण कम अंडे देना और कीमत सोनाली मुर्गी 18 से 20 रुपये में मिल जाते है।

लिकिन छोटी प्रजाति की मुर्गियां कम अंडे देती है इस लिये बच्चे भी कम होते है।

जिसके कारण कीमत 37 से 45 रुपये याँ इससे भी ज्यादा हो सकता है।

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शुद्ध देसी मुर्गी की सामान्य जानकारी

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7 thoughts on “शुद्ध देसी मुर्गी की सामान्य जानकारी”

  1. मुझे मुर्गियों से संबंधित बीमारियां और उसके उपाय के बारे मे जानकारी चाहिए ।

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    • शुद्ध देसी मुर्गी की जानकारी मे आप क्या जानना चाहते है, पहचान के बारे मे यां पालन पोसन की जानकारी?

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    • शुद्ध देसी मुर्गी की जानकारी मे आप क्या जानना चाहते है, पहचान के बारे मे यां पालन पोसन की जानकारी?

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