मुर्गी बत्तख़ के लिये ड्रिंकर
Drinker kise kahte hai?
Murgi battakh jisme pani pite hai Drinker Kahte hai
मुर्गी, बत्तख़, बटेर, याँ कोई भी पंछी की अगर आप फार्मिंग करते है।
तो बहुत जरूरी है एक सही ड्रिंकर की जिसमे आपके पंछी आसानी से पानी पी सके।
मार्किट में वैसे तो बहुत प्रकार के ड्रिंकर मिल जाते है। वैसे तो सभी ठीक है ।
मगर आपको आपके फार्म के अनुसार ड्रिंकर का चयन करना जरूरी है।
आप अपने फार्म में कितना समय देते है। उसके अनुसार ड्रिंकर छोटे बड़े ( automatic Feedar Drinker ) का चुनाव करें।

और साथ ही आपके मुर्गी, बत्तख़, याँ कोई और पंछी। उसकी उचाई कितनी है।
अगर आप चूज़े से फार्मिंग करते है तो आपको सबसे कम उचाई वाले ड्रिंकर की जरूरत पड़ेगी।

जिससे चूजे आसानी से पानी पी सके। अगर आप बड़े Drinker. लेते है तो चूज़ों की उचाई कम होने के कारण पानी पीने में असमर्थ होंगे।
ड्रिंकर के नीचे स्टैंड लगा कर वही ड्रिंकर में पानी पिला सकते है।

नही तो तब आप बड़े ड्रिंकर का प्रयोग भी कर सकते है।
जब चूज़े थोड़ा बड़े हो जाए तो इस तरह स्टैंड लगा कर पानी पिला सकते है।
बड़े मुर्गी, बत्तख़, के लिये आप automatic ( Drinke ) ड्रिंकर कर प्रयोग कर सकते है।

जिसमे आपको बार बार पानी लगाने की जरूरत नही पड़ेगी। बाजार में ऐसे कई मोडल है जिसमे automatic पानी ड्रिंकर में आता रहता है।
कोशिश करें अपने फार्म में automatic ड्रिंकर लगवाने की।
जिस से आपकी मुर्गियां स्वस्त रहेगी और आपका समय और मेहनत की बचत होगी।
अगर आप मुर्गी बत्तख़ के चूज़े खरीदना चाहते है तो आप बहुत ही काम कीमत में इंडियन हैचरी से सम्पर्क करें।
फीडर कितने प्रकार के होते है
फीडर किसे कहते है?
मुर्गी बत्तख़, याँ चूज़े जिसमे दाना खाते है। उसे फीडर कहते है जिसमे मुर्गी,
चूज़े और बड़ी मुर्गी के फीडर अलग अलग होते है।

चूज़ों को दाना खिलाने के लिये फीडर।

5 से 15 दिन के चूजे के लिये। फीडर जरूरत पड़ने पर आप इसे स्टैंड में रख कर मुर्गी को दाना दे सकते है

बड़ी मुरगों के लिये फीडर।

Feedar.
फार्मर को एक सही फीडर की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। किउंकि मुर्गी पालन में होने वाले खर्चो में सबसे ज्यादा खर्च फीड का होता है।
मुर्गी पालन में फीड की लागत 75% होती है। और अगर आपका फीडर सही नही है तो मुर्गियां फीड को जमीन पर गिरा देती है।
जिससे फार्मर का सबसे बड़ा नुकसान होता है।
ईस लिये फीडर का सही चुनाव बहुत जरूरी होता है।
एक दिन से सात दिन तक चूज़े की देख-रेख कैसे करें ?
