Murgi Palan Me hone wali samasyaon ka Smadhaan

मुर्गी पालन में होने वाली समस्याओं का समाधान।

Murgi Palan:-

  • मुर्गी को कम खर्चे में क्या खिलाएँ?
    • Murgi palan:- कम खर्चे में मुर्गी को अजोला, सहजन के पते, बरसीन, बंधा गोभी, टमाटर, के साथ More….
  • मुर्गी को बीमार होने से बचाने के लिये क्या करें?
    • Murgi Palan:- मुर्गियां बीमार होने का 80% कारण साफसफाई में कमी के कारण होता है। और सही फ़ीड नही देने से भी मुर्गियां बीमार होने More….
  • देसी मुर्गी फार्म कैसे बनाये?
    • Murgi Palan:- देसी मुर्गी फार्म बनाने से पहले से आपको हमेशा एक बात का ध्यान रखने की जरूरत More….
  • मुर्गी का ग्रोथ रुकने का कारण।
    • Murgi Palan:- बीमारी से बचाने के लिये किये जाने वाले दवाइयां मुर्गी की ग्रोथ को रोक देता है। और More….
  • Murgi palan ज्यादा मुनाफा नही हो रहा क्या करें?
    • Murgi palan:– मुर्गी फार्मिंग करने वालों को हमेशा नियम का पालन करते हुये मुर्गी को पालने की जरूरत More….
  • मुर्गी अंडे नही देती तो क्या करें?
    • Murgi palan:– अंडे के लिये मुर्गी फार्मर को ध्यान रखने की जरूरत होती है। कि मुर्गी को बीमारी से More….
  • मुर्गी की आंखों में सूजन आने का कारण
    • Murgi palan:– मुर्गी फार्म में साफसफाई की कमी होने से याँ मुर्गी फार्म खुला हवादार का ना More….
  • मुर्गी ने दाना ( Feed ) खाना कम क्यों कर देती है?
    • Murgi Palan:- मुर्गियां जब दाना खाने में कमी हो जाए तो फार्मर को हमेशा ध्यान रखने की जरूरत More….
  • जल्दी बड़ी होने वाली देसी मुर्गी प्रजाति का क्या नाम है?
    • Murgi Palan:- जल्दी बड़े होने वाली देसी में कई प्रजाति है। लेकिन जो 70 दिन में तैयार हो जाती है उसका More….
  • मुर्गी को दस्त हो रही है क्या करें?
    • Murgi palan:- दस्त याँ पतली बिट होना मुर्गीयों में आम बात है। मगर ध्यान रखने वाली बात है, दस्त कई More….

मुर्गी को कम खर्चे में क्या खिलाएँ?

Murgi palan:- कम खर्चे में मुर्गी को अजोला, सहजन के पते, बरसीन, बंधा गोभी, टमाटर, के साथ हर तरह की साग सब्जी दे सकते है।

फ्री रंजे मुर्गी पालन में आप मुर्गी को हर वो खाने वाले खाद-पदार्थ दे सकते है जो खाने लायक हो।

मुर्गी को कुछ भी खाने दे-देने से हो सकता है नुक्सानक।

ध्यान रखें मुर्गी के खाने में शामिल होने वाले खाद-पदार्थों पर।

जैसे:-

मुर्गियां जो खा रही है। क्या उसमे वो पोषण तत्व है। मजूद है।

जिसकी मुर्गी को जरूरत है।

अगर मुर्गी के पोषण तत्व में कमी होती है। तो मुर्गी की ग्रोथ में कमी हो जाती है।

ध्यान रखें मुर्गी के खाने में कम से कम 12% प्रोटीन की मात्रा शामिल हो। तभी मुर्गी की ग्रोथ अछे से होगी।

जिसके लिये मुर्गी के खाने में प्रोटीन से भरपूर खाद-पदार्थ आहार शामिल करें।

जैसे:- सुखी मश्ली, मूंग की दाल, सोयाबीन, अजोला, केचुआ कीड़े आदि।

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मुर्गी को बीमार होने से बचाने के लिये क्या करें?

Murgi Palan:- मुर्गियां बीमार होने का 80% कारण साफसफाई में कमी के कारण होता है। और सही फ़ीड नही देने से भी मुर्गियां बीमार होने लग जाती है।

मुर्गी पालन में सबसे पहला काम फार्म की साफ सफाई पर ध्यान रखना होता है।

फार्म में मुर्गी की बिट रहने से फार्म में अमोनिया गैस ज्यादा मात्रा में बनता है।

जिसके कारण मुर्गी को सांस की समसया होती है और आंखों में सूजन आ जाती है।

इस वीडियो को देख कर आप समझ सकते है।

मुर्गी की आंख में सूजन आने का कारण

मुर्गी की आंख में सूजन, आने का 95% कारण साफ-सफाई में कमी के कारण होता है।

फार्म में मुर्गी को बीमार होने से बचाने के लिये।

मुर्गी की रोगप्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाना होता है।

जिसके लिये आप मुर्गी को अच्छा फ़ीड खिलाएं जिस से मुर्गी स्वस्त और तंदरुस्त रहे।

रोगप्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाने के लिये। दवाइयों का प्रयोग भी कर सकते है।

tetracycline lixen powder and murgi palan
मुर्गी को बीमारी से बचाने के लिये दवाई

tetracycline, lixen powder, एंटीबायोटिक है।

जो मुर्गी को होने वाली बीमारी से बचाता है।

tetracycline, lixen powder देने का नियम।

जब भी मुर्गी दें लगातार तीन दिन तक देना होता है। दिन में एक बार।

और अगले 10 से 12 दिन के बाद फिर से तीन दिन तक दें।

जिस से मुर्गी की रोगप्रतिरोधक शक्ति आम मुर्गीयों से काफी ज्यादा हो जाती है।

tetracycline, lixen powder देने का का नुकसान।

जरूरत से ज्यादा मुर्गीयों tetracycline, और lixen powder खिलाने से मुर्गी की ग्रोथ में कमी हो जाती है।

सावधानियां

  • जब मुर्गियां बीमार होती है।
  • एक जगह बैठी रहती है।
  • सुस्त होती है।

इस हाल में मुर्गी को tetracycline, और lixen powder नही देना चाहिये।

इस हाल में tetracycline, और lixen powder देने से मुर्गी अक्सर मर जाती है।

tetracycline, और lixen powder मुर्गी बीमार होने से पहले दी जाती है

बीमार मुर्गी की रोगपतिरोधक शक्ति को बढ़ाने के लिये।

E-Care Se, immune Booster, immune plus and hen murgi palan
बीमार मुर्गी के रोगपतिरोधक
शक्ति को बढ़ाने के लिये

E-Care Se, immune Booster, immune plus, जैसे दवाइयों का प्रयोग करें।

जो आपके बीमार मुर्गी को ठीक करने में सहायक होंगे।

ध्यान दें।

जे सिर्फ आपके बीमार मुर्गी को किसी वायरस से सकर्मित मुर्गी के रोगप्रतिरोधक शक्ति को बढ़ता है। न कि किसी बीमारी को ठीक करने के लिये बना है। आपकी मुर्गी जिस बीमारी से सकर्मित है उस बीमारी की दवाई देना होता है, उन दवाइयों के साथ आप जे भी दे सकते है जिस से आपकी मुर्गी जल्दी ठीक होगी।
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देसी मुर्गी फार्म कैसे बनाये?

Murgi Palan Me hone wali samasyaon ka Smadhaan
Murgi Palan

Murgi Palan:- देसी मुर्गी फार्म बनाने से पहले से आपको हमेशा एक बात का ध्यान रखने की जरूरत है।

देसी मुर्गी फ्री रेंज में रहना पसंद करती है।

अगर आप मुर्गी को फार्म के अंदर रख कर मुर्गी पालन शुरू करना चाहते है।

तो आपको फार्म के अंदर मुर्गी के खेलने के लिये।

लकड़ी के तख्ते ( मचान) बनाने चाहिये। जिस से मुर्गीयों में लड़ाई कम होती है।

और जिस में मुर्गी रात को बैठती है। तख्ते को जमीन से 3 से 4 फिट की ऊँचाई पर रखें।

मुर्गी की संख्या

नए फार्मर को हमेशा फार्म बनाते समय सोचना पड़ता है कि वो जो फार्म बना रहा है उसमें कितनी मुर्गिया राह सकती है।

इसका सही जबाब को जान-ने के लिये पहले आपको जान लेना है।

के आप मुर्गीयों को कितने दिन तक पालन चाहते है। और क्या आप मुर्गीयों को फ्री रंजे में छोड़ेंगे याँ नही।

हालात को देख कर मुर्गी फार्म में कितने मुर्गियां रह सकती है आप सही अंदाज लगा सकते है।

अलग अलग हालात में फार्म में रखे जाने वाले मुर्गियां की संख्या अलग अलग होनी चाहिये।

जैसे:-

फार्म के अंदर मुर्गी पालन करने वालों के लिये।

मुर्गी को फार्म में ही रखा जाएगा फ्री रंजे में नही छोड़े जाने पर।

मास के लिये मुर्गी पालन के लिये

फार्म में मुर्गीयों की संख्या 1.5 फ़ीट लंबाई चौड़ाई की जगह पर एक मुर्गी को रखना चाहिये।

अंडे के लिये मुर्गी पालन के लिये।

2 फ़ीट लंबाई चौड़ाई की जगह पर एक मुर्गी को रखना चाहिये।

अधिक मुर्गियां रखने से क्या होगा?

अधिक मुर्गियां रखने से फार्मर को नुकसान हो सकता है जैसे।

  • मुर्गिया बीमार होने की सम्भावना ज्यादा होगी।
  • मृत्यु दर ज्यादा होगा।
  • ग्रोथ में कमी
  • अंडे में कमी
  • मुर्गियां एक दूसरे को नोचेंगी।
  • दवाइयों का खर्चा ज्यादा होगा।

फार्म में ज्यादा मुर्गियां रखने से इन सारी समसयाओ का सामना करना पड़ता है।

फ़्री रंजे में छोड़े जाने पर फार्म में कितनी मुर्गियां रखें।

अगर आप सिर्फ रात को फार्म के अंदर मुर्गी को रखते है और दिन भर फ्री रंजे में घूमती है।

फार्म में मुर्गीयों की संख्या 2 फ़ीट लंबाई चौड़ाई की जगह पर तीन मुर्गी को रखना चाहिये।

अधिक मुर्गियां रखने से क्या होगा हम पहले ही बात कर चुके है।

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मुर्गी का ग्रोथ रुकने का कारण।

Murgi Palan:- बीमारी से बचाने के लिये किये जाने वाले दवाइयां मुर्गी की ग्रोथ को रोक देता है। और अगर आप मुर्गी को कम जगह में ज्यादा मुर्गी को रखते है।

तब भी मुर्गी के ग्रोथ में कमी आती है।

साफ-सफाई में कमी से मुर्गियां चंचल सुभाव की होजाती है।

और एक दूसरे को नोचने लग जाते है।

इन हालात में मुर्गी का विकास रुक जाता है।

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Murgi palan ज्यादा मुनाफा नही हो रहा क्या करें?

Murgi palan:- मुर्गी फार्मिंग करने वालों को हमेशा नियम का पालन करते हुये मुर्गी को पालने की जरूरत होती है।

अगर आप बाजार का फ़ीड खिला कर मुर्गी को बड़ा करना चाहते है।

तो कभी भी देसी फ़ीड न खिलाएँ।

दो से चार दिन देसी फ़ीड 8 से 10 दिन का अंतर कर सकता है, मुर्गी के ग्रोथ में।

ध्यान रखे देसी फ़ीड में मुर्गी का ग्रोथ कम होता है बाजार के फीड के मुकाबले।

देसी फ़ीड खिलाने वाले फार्मर घाटे में जाने का ज्यादा संभावना होती है।

क्योकि देसी में आप मुर्गी को वो पोषण तत्व पूरा नही कर सकते जिसकी मुर्गी को जरूरत होती है।

इसके फल-सरूप मुर्गी का ग्रोथ कम होता है।

अंडे कम देती है।

के सारी बीमारियों का सामना करना पड़ता है।

मुनाफे को विस्तार से समझे

देसी फ़ीड :-

घर का बना फ़ीड याँ साग, सब्जी, खिला कर ( सोनाली ) मुर्गी को बड़ा होने में 150 दिन से ज्यादा लगती है।

और औसतन अंडे 100 मुर्गीयों में से आपको 20 से 25 अंडे मिलते है।

150 दिन में मुर्गी फ़ीड 7 से 8 किलो दाना खा लेती है।

बाज़ार का फ़ीड:-

अगर आप बाज़ार का फ़ीड खिला कर मुर्गी पालन करते है।

70 दिन में एक किलो की हो जाती है।

जिसमे 3.5 से 4 किलो फ़ीड खाती है।

अंडे के मामले में 100 मुर्गिया 65 से 75 तक अंडे देती है।

मुर्गी पालन में मुनाफ़ा देखें।

देसी फ़ीड:-

देसी फीड मास के लिये मुर्गी पालन में लगने वाला दाना 8 किलो और समय 150 दिन से ज्यादा लगता है।

जिसमे मुर्गी भी ज्यादा बीमार होती है। 150 दिन में मुर्गी की दवाई कहा खर्च जोड़ कर एक मुर्गी त्यार होने में ।

दाना 8×16=128 रुपये

दवाइयों का खर्च, जिसमे मल्टीविटामिन, लिवर टॉनिक, एंटीबायोटिक, 150 दिन में 35 से 40 रुपये।

फार्म मेंटेन खर्च 15 रुपये।

चूज़ा 18 रुपये।

150 दिन में कुल खर्चा 128+40+15+18= 201रुपये

देसी फ़ीड खिला कर आप 201 रुपये एक किलो मुर्गी को कर सकते है।

अगर मुर्गीयों में कोई बीमारी आती है। यां मृत्यु दर ज्यादा होता है। तो लागत और भी ज्यादा लग सकता है।

बाज़ार का फीड:-

अगर आप बाजार का फ़ीड खिला कर ( सोनाली ) मुर्गी को बड़ा करते है।

70 दइन मे एक किलो की हो जाती है।

जिसमे 3.5 से 4 किलो फ़ीड खाती है।

जो प्री स्टार्टर, स्टार्टर, और ग्रोवर फ़ीड होता है। औसतन फ़ीड का खर्च 140 रुपये

दवाइयों का खर्च, जिसमे मल्टीविटामिन, लिवर टॉनिक, एंटीबायोटिक, 70 दिन में 20 रुपये।

फार्म मेंटेन खर्च 8 रुपये।

चूज़ा 18 रुपये।

70 दिन में कुल खर्चा 140+20+8+18= 186 रुपये।

बाजार केआ फ़ीड खिला कर आप 186 रुपये में मुर्गी को तैयार कर सकते है।

जिसमे 70 दिन लगते है। ओर कम समय मे कम मुर्गी मरती है।

बीमारी भी कम आती है।

इस लिये हमेशा बाजार का फ़ीड खिला कर मुर्गी पालन करने में याद मनाफ़ा होता है।

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मुर्गी अंडे नही देती तो क्या करें?

Murgi palan:- अंडे के लिये मुर्गी फार्मर को ध्यान रखने की जरूरत होती है।

कि मुर्गी को बीमारी से बचाने के लिये दिये जाने वाले एंटीबायोटिक का प्रयोग कम करें।

अधिक एंटीबायोटिक मुर्गी के विकास को रोकता है।

और मुर्गियां अंडे भी कम देती है।

मुर्गी अंडे कम दे रही है । इसका सबसे बड़ा कारण फ़ीड का सही न होना होता है।

फार्मर केओ हमेशा ध्यान में रखने की जरूरत होती है।

मुर्गी के फ़ीड में वो पोषण तत्व मजूद हो जो एक अंडे में होते है।

अगर आप मुर्गी को ऐसा फीड देते है। जिसमे अंडे वाले गुण मजूद नही।

तो मुर्गियां अंडे 80% से 90 % कम देगी ।

मुर्गी से ज्यादा अंडे प्राप्त करने के लिये। मुर्गीयों को लेयर फ़ीड खिलाएँ मुर्गिया ज्यादा अंडे देगी।

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मुर्गी की आंखों में सूजन आने का कारण

Murgi palan:- मुर्गी फार्म में साफसफाई की कमी होने से याँ मुर्गी फार्म खुला हवादार का ना होना।

मुर्गी की आंखों में सूजन आने का बड़ा कारण होता है।

मुर्गी फार्म में साफ-सफाई ना होने से अमोनिया गैस ज्यादा मात्रा में बनती है।

जिसके के कारण मुर्गियां मुह खोल कर सांस लेती है। और आँखों मे सूजन आता है।

वीडियो देखें।

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मुर्गी ने दाना ( Feed ) खाना कम क्यों कर देती है?

Murgi Palan:- मुर्गियां जब दाना खाने में कमी हो जाए तो फार्मर को हमेशा ध्यान रखने की जरूरत होती है। जे एक बड़ी बीमारी आने से पहले की पहला लक्षण होता है।

अगर आपके पास 100 मुर्गियां है।

और सभी ने एक साथ फ़ीड खाना कम कर दिया।

तो आपको समझ लेना चाहिये कि मुर्गिया किसी बड़ी बीमारी का शिकार हो रही है।

अगर समझ मे ना आये तो जल्द किसी डॉक्टर।

याँ किसी एक्सपर्ट की सलाह ले कर मुर्गीयों के इलाज करने की शुरुवाद कर देनी चाहिये।

जिसके लिये आप इंडियन हैचरी से भी सम्पर्क कर सकते है।

मुर्गी पालन , बत्तख़ पालन से जुड़ी कोई भी समसियां नीचे कमेंट में विस्तार से अपनी समसियां बताएँ साथ ही अपना मोबाइल नंबर बताएं जरूरत पड़ने पर हम आपको कॉल करेंगे। नही तो कमेंट के जबाब देंगे।

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जल्दी बड़ी होने वाली देसी मुर्गी प्रजाति का क्या नाम है?

Murgi Palan:- जल्दी बड़े होने वाली देसी में कई प्रजाति है। केलित जो 70 दिन में तैयार हो जाती है उसका नाम सोनाली मुर्गी है।

जो 70 दिन में एक किलो की हो जाती है।

सोनाली मुर्गी की सम्पूर्ण जानकारी।

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मुर्गी को दस्त हो रही है क्या करें?

Murgi palan:- दस्त याँ पतली बिट होना मुर्गीयों में आम बात है। मगर ध्यान रखने वाली बात है, दस्त कई बड़ी बीमारी का लक्षण भी हो सकता है।

अगर मुर्गी पतली हरे रंग, याँ लाल रंग की बिट कर रही है।

तो ये गंभीर समसियां हो सकती है।

रानीखेत, CRD, जैसे बीमारी की शुरुवाद हो सकता है।

साधारण दस्त ( पतली बिट ) का इलाज

साधारण बिट जैसे पानी जैसी बिट के इलाज के लिये।

norfloxacin and tinidazole tablet दे सकते है

hen norfloxacin and tinidazole tablet
मुर्गी,बत्तख़ के दस्त की दवाई

अगर दस्त सफेद रंग में हो रहा है।

तो आपको sulfadimidine देना चाहिये।

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मुर्गी,बत्तख़ के दस्त की दवाई

मुर्गी पालन से जुड़ी कुछ बातें।

 बीमार मुर्गी का इलाज।। Bimar murgi ka elag

मुर्गी बीमार होने के कई कारण होते है। और हर बीमारी का अलग दवाई होतती है।

बीमार मुर्गी के इलाज के लिये। पहले मुर्गी की बीमारी का पता होना चाहिये।

अगर आपके कोई सवाल है। नीचे कमेंट करें अपने मोबाइल नंबर के साथ हम आपके हर सवाल के जबाब देंगे।

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मुर्गी के बच्चे लेने के लिये सम्पर्क करें।

babupur

4 thoughts on “Murgi Palan Me hone wali samasyaon ka Smadhaan”

  1. Sir ji Mera murge k glle se khrrr khrrr ki awaze aa rahi hai uska pota vagera thik hai bs glle me thoda problem hai oxygen nak se lene me problem hai muh se oxygen leta hai sir ji koi ilaj batayi is bimari ka

    Reply
    • फार्म में साफ-सफाई की कमी और मुर्गी को ठंड से बचने के लिये । फार्म को चारों तरफ से घेर देने से इस तरह की समसियां देखने को मिलती है।
      किर्पया अपने फार्म को साफ रखें। और थोड़ा हवादार रखने का प्रयास करे।

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