देसी मुर्गी को फ़ीड कौन सा और कब खिलाएं

फ़ीड का सही चुनाव आपके फ़ार्मिंग पर निर्भर करता है की आप किस तरह से मुर्गी पालन कर रहे है, देसी मुर्गी को फ़ीड कौन सा और कब खिलाएं,

जे आपके फार्म पर निर्भर करता है की आप फ़ार्मिंग किस तरह से कर रहे है।

देसी मुर्गी फ़ार्मिंग दो तरह से की जाती है, दोनों तरह के फ़ार्मिंग करने मे अलग अलग फ़ीड की जरूरत होती है।

  1. फार्म के अंदर देसी मुर्गी पालन मे लगने वाले फ़ीड,
    • फार्म के अंदर मुर्गी पालन मे मुर्गियाँ सिर्फ आप पर निर्भर होती है दाना पानी के लिय। और इसी लिय इनको उतम कुयल्टी फ़ीड देना जरूरत होती है।
  2. फ्री रेंज मे देसी मुर्गी पालन मे लगने वाले फ़ीड,
    • फ्री रेंज मुर्गी फ़ार्मिंग उसे कहते है, जो दिन भर मुर्गियाँ खुले मे घूम कर चरती है, और थोड़ा बहुत दाना देने की जरूरत होती है,

घर मे पाले जाने वाली देसी मुर्गी का फ़ीड और फार्म मे पाले जाने वाली मुर्गी के फ़ीड मे अंतर

फार्म के अंदर देसी मुर्गी पालन मे लगने वाले फ़ीड,

फ़ीड की परमुख चार किस्म होते है,

  1. प्री स्टार्टर फ़ीड ( Pre Starter Feed )
  2. स्टार्टर फ़ीड ( Starter Feed )
  3. गरोवर फ़ीड ( Grower Feed )
  4. लेयर फ़ीड ( Layer Feed )

बाजार मे कई किस्म के फ़ीड मिलते है, इन्ही फ़ीड के पोषण तत्व को घटा कर अलग नाम दे दिया जाता है,

जैसे प्री स्टार्टर फ़ीड ए , प्री स्टार्टर फ़ीड बी, प्री स्टार्टर फ़ीड सी, और स्टार्टर फ़ीड 1, स्टार्टर फ़ीड 2, स्टार्टर फ़ीड 3, फ़ीड के नाम से जाना जाता है,

और इन फ़ीड के रेट को थोड़ा कम कर बाजार मे बेचा जाता है, ऐसे फ़ीड से हमेशा फार्मर को नुकसान होता है,

सस्ते फ़ीड से फार्मर को नुकसान कैसे होता है,

सही फ़ीड खिलाने से, सोनाली मुर्गी 70 से 75 दिन मे एक किलो की हो जाती है, जिसमे एक मुर्गी 3 किलो से 3.5 किलो फ़ीड खा लेती है।

प्री स्टार्टर फ़ीड 47 रुपए, स्टार्टर फ़ीड 42, गरोवर फ़ीड 35 रुपए किलो के आसपास रेट रहता है, जो 70 दिन मे औसतन फ़ीड 40 रुपए किलो पड़ता है।

जिसमे फ़ीड का खर्चा 120 रूपी से 140 रुपये का आता है

वहीं अगर कम कीमत वाले फ़ीड की बात करें।

सोनाली मुर्गी को एक किलो की होने मे 90 से 95 दिन लग सकते है, कुछ दिन कम यां ज्यादा भी लग सकते है,

जे फ़ीड पर निर्भर करता है, की फ़ीड मे पोषण तत्व की मात्रा कितनी है,

90 से 95 दिन मे एक मुर्गी 4.5 से 5 किलो फ़ीड खा लेती है, फ़ीड की औसत रकम अगर 30 रुपए किलो भी है, तो एक मुर्गी के फ़ीड का खर्चा 150 रुपए पड़ता है।

जो उतम कुयल्टी के फ़ीड से 20 रुपए ज्यादा है।

इतना ही नहीं साथ मे आपको 20 से 25 दिन मुर्गियों को ज्यादा पालना पड़ता है, जिसमे बिजली का खर्च, दवाई का खर्च, मेंटेनेंस ( management ) का खर्च,

और साथ ही इन 20 दीनों मे अगर कोई मुर्गी मारती है तो वो भी एक बड़ा नुकसान होता है।

इस लिय फार्म के अंदर पाले जाने वाली मुर्गियों को हमेशा उतम कुयल्टी का ही फ़ीड मुर्गी को खिलाएं, जिससे ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कर सकते है।

प्री स्टार्टर फ़ीड ( Pre Starter Feed )

pre starter feed
pre-starter feed

मुर्गी के चूजे को पहले दिन से 10 दिन तक खिलाए जाने वाला फ़ीड

स्टार्टर फ़ीड ( Starter Feed )

देसी मुर्गी को फ़ीड कौन सा और कब खिलाएं
Starter Feed

मुर्गी के चूजे को 11 दिन से 35 दिन तक खिलाए जाने वाला फ़ीड।

गरोवर फ़ीड ( Grower Feed )

देसी मुर्गी को फ़ीड
grower feed

मास के लिय पाले जाने वाली मुर्गियों को 36 दिन से देना शुरू करते है।

लेयर फ़ीड ( Layer Feed )

देसी मुर्गी को फ़ीड
leyar feed

अंडे के लिय पालि जाने वाली मुर्गियों को 36 दिन के बाद दिया जाने वाला फ़ीड।

एक फ़ीड से दूसरे फ़ीड मे जाने मे रखे जाने वाली सावधानियाँ

  • फ़ीड को एक ही दिन मे ना बदलें, थोड़ा थोड़ा मिक्स कर के 3 से 4 दिन मे बदलें,
    • जैसे प्री स्टार्टर फ़ीड चूजे को दे रहे है। और 11 दिन मे स्टार्टर फ़ीड देने जा रहे है, तो तीन दिन आधा प्री स्टार्टर फ़ीड और आधा स्टार्टर फ़ीड मिल कर दें।
  • फ़ीड को बदलने से मुर्गियों की बीट पतला हो सकता है।

फ्री रेंज मे देसी मुर्गी पालन मे लगने वाले फ़ीड

देसी मुर्गी पालन, फ्री रेंज मे मुर्गी पालन करने के लिय, चूजे को 20 से 25 दिन फार्म के अंदर ही पालने की जरूरत होती है,

जिसके लिय बाजार के फ़ीड की जरूरत होती है,

एक से दस दिन प्री स्टार्टर फ़ीड, 11 दिन से 20 दिन स्टार्टर फ़ीड खिलाएं,

उसके बाद ही चूजे को फ्री रेंज मे छोड़े। बाद मे धीरे धीरे फ़ीड को बदल सकते है।

अगर मुर्गी अपना पेट 70% के आस पास फ्री रेंज मे घूम कर भर लेती है,

तो ऐसे फार्मर घर का बना फ़ीड खिला सकते है, जो उन्हे मुनाफे की और ले कर जाएगा,

वहीं अगर मुर्गी फ्री रेंज मे घूम कर 50% भी अपना पेट नहीं पर सकती, तो फार्मर को बाजार का फ़ीड खिलाने की जरूरत होती है,

इसे समझे

अगर मुर्गी को 50% भी फ्री रेंज मे खाने के लिय नहीं मिल रहा,

और आप घर का बना फ़ीड दे रहे है, तो सोनाली मुर्गी को बड़ा होने मे 120 दिन के आस-पास का समय लग सकता है,

जिसमे घर का बना फ़ीड की लागत ज्यादा हो सकता है। और फार्मर को नुकसान हो सकता है,

अगर बाजार के फ़ीड की बात करें, स्टार्टर फ़ीड ( Starter Feed ) गरोवर फ़ीड ( Grower Feed ) देने की तो सोनाली मुर्गी 85 से 90 दिन के आस-पास बड़ी हो जाती है, जिसमे फ़ीड की लागत कम होती है।

जिससे फार्मर अच्छा खासा मुनाफा कर सकता है।

घर मे पाले जाने वाली देसी मुर्गी का फ़ीड और फार्म मे पाले जाने वाली मुर्गी के फ़ीड मे अंतर

देसी मुर्गी जो घरों मे पालते हैं, उनकी संखिया बहुत कम होती है, 2-4 से 8- 10 की होती है, जो घूम फिर कर अपना पेट भर लेती है, इस लिय उन्हे फ़ीड की उतनी जरूरत नहीं होती, आप कुछ भी खाने के लिय दे सकते है,

और उन्हे बड़ा होने मे 120 लगे यां 150 दिन भी लगे फरक नहीं पड़ता

मगर जब आप फ़ार्मिंग करते है तो वो कितने दिन मे बड़ी होती है, बहुत बड़ा असर मुनाफे मे पड़ता है, फ़ार्मिंग मुर्गियों की संखिया बहुत ज्यादा होती है,

इस लिय फ्री रेंज मे मुर्गियाँ क्या खा रही है ध्यान रखने की जरूरत होती है, उसी के आधार पर आपको घर का बना फ़ीड यां बाजार के फ़ीड का चुनाव करना होता है,

इसे समझने के लिय मुर्गियों की ग्रोथ पर ध्यान दें और देखें मुर्गियाँ कितनी दिन मे बड़ी होगी, और उतने दिन मे फ़ीड का खर्च कितना होगा,

आज तक न्यूज ने बताया है

इन देसी मुर्गियों के बिजनेस में है मोटा मुनाफा

2 thoughts on “देसी मुर्गी को फ़ीड कौन सा और कब खिलाएं”

    • chuje ki aankhein band hone ka sabse bada karn. chuje ki aankhon me amoniya gas ka lagna hota hai, jo saf safai ki kmi se hota hai, aap apne bimar chuje ka video bna kar whatsaap me bhej dein hm dekh kar elag bata skte hai…

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