Sahibganj me chuje ka rate aur farming ( jharkhand )

Sahibganj me chuje ka rate:- साहिबगंज मे सोनाली चूजे का रेट 17 रुपए 20 रुपए तक रहता होता है, अधिक जानकारी के लिय इंडियन हैचरी से संपर्क कर सकते है, इंडियन हैचरी मे सोनाली मुर्गी के साथ , देसी, कड़कनाथ मुर्गी के चूजे और अन्य मुर्गियाँ भी शामिल है, साथ ही बत्तख के चूजे भी उपलब्ध है,

इंडियन हैचरी सहिबगंज के इन क्षेत्रों मे मुर्गी और बत्तख के चूजे भेजते है।

  • साहिबगंज,
  • मंड्रो,
  • बोरियो,
  • बरहाइट,
  • तलझारी,
  • राजमहल,
  • उधवा,
  • पाठना
  • और बरारवा

जिला साहिबगंज में सबसे ज्यादा किस प्रजाति की मुर्गी फ़ार्मिंग की जाती है ?

साहिबगंज जिले मे सबसे ज्यादा सोनाली मुर्गी की फ़ार्मिंग जाती है, मगर ग्रामीण क्षेत्र के घरों मे और आदिवासी के बस्तियों मे छोटी प्रजती की देसी मुर्गियाँ। और कावेरी मुर्गियाँ देखने को मिलती है।

साहिबगंज जिले मे कितने देसी मुर्गी फार्म है?

सन 2022 मे इंडियन हैचरी की लिस्ट मे उन फार्मर को अपनी लिस्ट मे शामिल किया जिनके फार्म मे 500 से अधिक मुर्गियों को पालने की क्षमता है,

साहिबगंज जिले मे 154 मुर्गी फार्म है, जिसमे से 88 फार्म मे सोनाली मुर्गियाँ पालि जाती है।

जिला साहिबगंज में सबसे ज्यादा किस प्रजाति के बत्तख फ़ार्मिंग किए जाते है ?

साहिबगंज जिले मे सबसे ज्यादा खाकी कमबोल बत्तख और इंडियन रनर बत्तख के फार्म है।

साहिबगंज जिले मे कितने बत्तख फार्म है?

2022 मे इंडियन हैचरी की लिस्ट मे 62 बत्तख फार्म है जिस मे 500 से ज्यादा बत्तख पालने की क्षमता है , मगर साहिबगंज जिले मे अधिकतर बत्तख पालने वाले किसान है, जो खेती के साथ साथ बत्तख पालते है, जो अधिकतर साल मे एक बार बाड़ के दिनों मे ( बारिश के दिनों मे ) बत्तख पालते है।

क्या कारण है बारिश के दिनों मे बत्तख पालने का?

बारिश के दिनों मे, साहिबगंज जिले के अधिकतर क्षेत्र पानी मे डूब जाता है, जिसका बत्तख पालने वाले किसान भाई फायदा उठाते है, बत्तख पानी मे चरने वाले होते है, जिससे किसान का दाने ( फ़ीड ) की बचत हो जाती है, और वो बत्तख पालन से अच्छा खासा मुनाफा कर लेते है,

साहिबगंज के किन क्षेत्रों में सबसे अधिक मुर्गी फार्म है?

मुर्गी फ़ार्मिंग मे

  1. पहले स्थान मे बोरियों
  2. दूसरे स्थान मे उधवा
  3. और तीसरे स्थान मे मंड्रो है।

इंडियन हैचरी मुर्गी के चूजे बिक्री के आधार पर इस वर्ग को निकाला गया है।

साहिबगंज के किन क्षेत्रों में सबसे अधिक बत्तख फार्म है?

बत्तख फ़ार्मिंग मे

  1. पहला स्थान पाठना
  2. दूसरा स्थान तलझारी
  3. और तीसरा स्थान मे बोरियो है

इंडियन हैचरी बत्तख के चूजे बिक्री के आधार पर इस वर्ग को निकाला गया है।

बत्तख फ़ार्मिंग किस तरह शुरू कर सकते है ?

अगर आपके पास तलाब, नदी , यां ऐसा नाला जिसमे पानी नहीं सूखता है तो आप बत्तख फ़ार्मिंग शुरू कर सकते है, साथ मे एक घर की जरूरत पड़ेगी, जिसमे रात को बत्तख रह सके।

ध्यान दें

बत्तख के चूजे को 12 से 15 दिन घर मे पालने के बाद, पानी मे छोड़ा जाता है। ज्यादा जानकारी के लिय Click करें।

Sahibganj me chuje ka rate pata karein Click karein.

Sahibganj me chuje ka rate
Sahibganj me chuje ka rate kya hai abhi jane

आज तक न्यूज ने बताया

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