बत्तख के बच्चे की देख-रेख की सामान्य जानकारी

मुर्गी के बच्चे मुकाबले बत्तख के बच्चे को पालना कठिन होता है। इसका कारण बत्तख के बच्चे खाने पीने में समय खुद को भूल जाते है।

खाने के समय भीग जाने का न कोई डर और ना ही भीड़ में दब जाने का सेंस सोता है।

बत्तख के बच्चे की ब्रूडिंग की सही जानकारी हो तभी बतख के एक दिन के बच्चे हेचरी से लें नही तो आप 12 से 15 दिन के बच्चे खरीदें।

बत्तख के बच्चे की देख-रेख की सामान्य जानकारी

एक दिन के बत्तख के बच्चे
बत्तख के चूजे देख-रेख

विस्तार से समझते है

बत्तख के बच्चे जब अंडे से निकलते है। तब खुद शरीर के तापमान को स्थिर बनाये रखने वाले गुण बहुत कम होता है।

जिसे थोड़ा विकसित होने में 7 से 8 दिन लग जाते है। 

जो पूरा होने में 14 से 16 दिन का  वक़्त लग सकता है।

लिकिन पानी मे जानने की चाहत इनके पहले दिन से ही शुरू हो जाती है।

जब पहले दिन पानी ड्रिंकर में दिया जाता है। तो बत्तख़ के बच्चे उसी पानी मे घुसने की कोशिश करते है।

और भीग जाते है।

जिसके चलते बत्तख़ के चूजे का शरीर का तापमान गिर जाता है।

जिसके फलसरूप गर्दन घूम जाना, सुस्त हो जाना, शरीर अकड़ जाना, जैसी समसियां हो जाती है।

और बहुत बार तो चूजे मर भी जाते है।

आपके मन मे सवाल होगा,

बत्तख जब अपने बच्चों को पानी मे ले कर जाती है, वो सिर्फ 3 से 3 दिन के होते है, तो उन्हे कुछ किउ नहीं होता?

जब बत्तख अपने बच्चों को ले कर पानी मे जाती है, और बच्चों के शरीर का तापमान कम होने लगता है, तब बत्तख अपने शरीर की गर्मी से बच्चों को गर्मी देती है।

इस लिये बत्तख़ के चूजे को पानी ऐसे ड्रिंकर में दें जिसमे बच्चे सिर्फ अपनी चोंच को ही पानी मे डाल सके।

इसके लिये आप ड्रिंकर में गीटी डाल कर पानी पिला सकते है।

बत्तख के बच्चे को ड्रिंकर में कंकर डाले
बत्तख़ के चूजे देख-रेख

जिस से बच्चे को भीगने से बचाया जा सकता है।

ध्यान रखें जब भी बत्तख़ के बच्चे को पानी दें ज्यादा भीड़ ने होने दें।

आपको 15 दिन तक बच्चे को भीगने से बचाना होगा और फीड में 2700 कैलोरी और 20% प्रोटीन  देना होगा, जिस से बच्चे की ग्रोथ सही से होगी।

बत्तख़ की सही ग्रोथ में 15 दिन में 300 से 380 ग्राम के हो जाते है।

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बत्तख़ के बच्चे की ब्रोडिंग के लिये सही तापमान 

बत्तख़ के बच्चे जब आप ब्रूडिंग कर रहे हो तापमान का विशेष ध्यान रखें। 

33℃ से 35 ℃ तक तापमान को रखें। हवा में नमी कम ज्यादा होने से तापमान में अंतर रखने की जरूरत हो सकती है।

इस को सही से समझने के लिये बत्तख़ के बच्चे को देखें।

अगर बच्चे एक जगह जमा हो और एक के ऊपर एक चड़ते है।

तब आपको समझ जाना चाहिये। कि तापमान को बढ़ाने की जरूरत है।

बत्तख़ के बच्चे को स्वस्त और अच्छी ग्रोथ के लिये तापमान बहुत बड़ी भूमिका निभाता है।

अगर तापमन कम हो रहा है तो आप। इस तरह के उपकरण का प्रयोग कर तापमान को बड़ा सकते है।

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रूम गर्म  करने के लिये क्या करे।

  • रूम हीटर
  • chicks ब्रूडर
  • गैस ब्रूडर
  • 100-200 वाट के बलब
  • चूल्हा (अंगीठी )

और जाने

चूल्हा अंगीठी जैसी उपकरणों को इस्तिमल मे लाने से पहले, ध्यान रखें अधिक धुएं से बत्तख के चूजे को नुकसान होता है, चूल्हे अंगीठी को उपयोग मे लाने से पहले धुएं के निकासी का परबंध पहले करें।

गैस ब्रोडर:-

gas brodear
Gas Brodear

अगर आपके फार्म में बिजली नही है तो आप गैस ब्रोडर का प्रयोग कर सकते है। और इसके भी बहुत सारे मोडल आपको बाजार में मिल जाएंगे। 

गैस ब्रडर:-

छोटे फार्मर के लिये। बहुत ही सरल हो आसान है इस गैस ब्रोडर का प्रयोग कर। तापमान को बढ़ाने का। 

अधिक जानकारी के लिये वीडियो देखें।

gas brooder
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एक जगह जमा होने से बचाएं

बत्तख के बच्चे देख रेख कैसे करें।
बत्तख़ के चूजे देख-रेख

तापमान में कमी से अगर बत्तख़ के बच्चे एक जगह जमा हो रहे है। और आपके पास कोई विकल्प नही है तापमान को बढ़ाने का तो ऐसे  हालात में बच्चों को अलग अलग करें।

सबसे अच्छा है आप उनको छोटे छोटे ग्रुप में रखें जिस से बच्चे दब कर मारने का जोख़िम कम हो जाता है।

इसके लिय ब्लैक ब्रूडिंग प्रक्रिया को अपना सकते है

सबसे पहला दिन 4-5 घंटे के लिये। गुड़ वाला पानी दें जिससे की पेट मे जमा प्रोटीन जल्दी से बाहर निकल जाता है।

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अगले 6-7 दिन

मल्टीविटामिन 

और शाम को 

लिवर टॉनिक दें।

अगर बत्तख़ के बच्चे स्वस्त है। तो कोई भी एंटीबायोटिक दवाओं का प्रयोग ना करें।

कोशिश करें 6 से 7 दिन के बाद ही किसी एंटीबायोटिक दवाई दें। अगर बच्चों में किसी बीमारी के लक्षण लगे ।

तभी आप एंटीबायोटिक का प्रयोग करें।

ध्यान दें।

जितना ज्यादा आप एंटीबायोटिक देंगे ग्रोथ उतना ही कम होता है।

7 से 8 दिन के भीतर सिर्फ दस्त लगने की ही संभावना होती है। दस्त होने पर आप

Norfloxacine & Tinidazole दे सकते है।

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संक्रमित विषाणु से हो रही दस्त के लिये।

sulfhadimidine की टेबल दे सकते है।

आशा करते है आप समझ गए होंगे कि बत्तख़ के बच्चे की कैसे ब्रोडिंग की जाती है।

अगर आपके मन मे कोई सवाल है तो नीचे कमेंट करें। हम जल्द ही आपके सवाल के जबाब देंगे।

बत्तख़ के चूजे देख-रेख कैसे करें।

बत्तख़ पालन याँ बत्तख़ के चूजे देख-रेख करने में अगर आप असमर्थ हो रहे है। 
कमेंट कर अपनी समसियां हमारे साथ सांझा कर सकते है हम आपकी हर संभव कोशिश करेंगे आपकी सहायता करने की।

! बत्तख़ के चूजे देख-रेख कैसे करें।

बत्तख़ के बच्चे देख-रेख कैसे करे।

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बाबूपुर

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