मुर्गी पालन शुरू करने से पहले की जानकारी
A great chiks.

शुद्ध सोनाली, देसी, कड़कनाथ, चूज़े और बत्तख़ के चूज़े अगर आप पालना चाहते है। तो आप हमारी इंडियन हैचरी चूज़े से ले सकते है।
इंडियन हैचरी आपको सिर्फ चूज़े ही नही देता।साथ ही आपको चूज़े पालने की जानकारी भी देता है। जिनसे आप और बेहतर तरीके से मुर्गी पालन कर सकें।
अगर आप मुर्गी पालन कर रहे है। यां मुर्गी फार्मिंग करना चाहते है। तो आपको मुर्गी पालन की जानकारी का होना बहुत जरूरी होता है।
अक्सर किसान भाई जल्दबाज़ी में मुर्गी के चूज़े मंगा लेते है।
और जानकारी सही ना होने से चूज़े मारने लग जाते है। हमेशा एक नए फार्मर को कुछ बातें फार्म शुरू करने से पहले जानलेना चाहिये,
जैसे
चूज़े का पहले सात दिन कैसे देखरेख करनी है।
पहले सात दिन चूजे के लिये वैसा ही होता है जैसे इंसानो के पहले 6 महीने। आपने कही ना कही सुना होगा माँ का दूध नही पिया क्या।
इसका अर्थ तो आप समझ ही गए होंगे👌
चूज़े भी इसी तरह होता है।
अगर आप चूज़े एक दिन से सात दिन जितने अच्छे से पालते तो वो उसके बाकी के जीवन में हर बीमारी और उनकी ग्रोथ पर पूरा प्रभाव रखता है।
कौनसी प्रजाति की मुर्गी पालना चाहिये?
आपको कोनसी प्रजाति की मुर्गी पालना चाहिये। जिस से आपको ज्यादा मुनाफा हो।
जे बात सही मायने में सही राय आपको कोई नही दे सकता।
इसके कई कारण है।
- जैसे आपका फार्म कहां पर है।
- आप मुर्गी फ्री रेंज में पालन चाहते है याँ शेड में
- आप क्या फीड खिलाना चाहते है
- मुर्गी मास के लिये पालन चाहते है यां अंडे के लिये
- आपके क्षेत्र में किस प्रजाति की मुर्गी ज्यादा बिक्री होती है
- आपके क्षेत्र में किस रंग के अंडे ज्यादा खाय जाते है
- अंडे के साइज
- तापमान कितना ऊपर नीचे होता है
- नमी कितना ऊपर नीचे होता है
- मुर्गे की आवाज़ से कोई परेशानी हो सकती है
- आपका मुर्गी पालन में कितना अनुभव है।
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1जैसे आपका फार्म कहां पर है।
आपका फार्म किस जगह पर है। ध्यान में रख कर मुर्गी पालन शुरू करें जिस से मुर्गीयों में बीमारी और कई सारी परेशानी से बच जा सके।
अगर आपका फार्म किसी गाँव के निकट है जहां पर गाँव की मुर्गियां आती है। तो आपको कभी भी मुर्गीयों को फ्री रेंज में नही छोड़ा होगा।
अगर आप फ्री रेंज में अपनी मुर्गीयों को छोड़ते है और वह गाँव की मुर्गीयों के सम्पर्क में आती है। तो कई सारी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।
जिसके कारण आपको नुकसान हो सकता है।
गाँव के निकट फार्मिंग करने से गाँव के लोगो को मुर्गी की गंध और मुर्गीयों की आवाज़ से परेशानी हो सकती है इस बात का भी आपको ध्यान रखना है।
कोशिश करे गाँव से जितना दूर फार्म बनाने की वो आपके लिये बेहतर विकल्प होगा।
कम खर्चे में मुर्गी फार्म कैसे बनायें। फ्री रेंज मुर्गी पालन के लिये बेहतरीन जगह इस तरह का होता है।
2आप मुर्गी फ्री रेंज में पालन चाहते है याँ शेड में
अगर आप मुर्गी को फार्म के अंदर रख कर पालना चाहते है तो आपको मुनाफ़ा करने के लिये
कभी भी देसी फीड न खिलाएँ। देसी फीड खिलाने से ग्रोथ 50% से 60% कम जाता है।
जो देसी फीड आपको सस्ता पड़ता है। लिकिन मुर्गी बड़ा होने में ज्यादा समय लेती है। जिसके कारण देसी फीड भी ज्यादा खाती है।
जो आपको महंगा पड़ता है।
बाजार का फीड महंगा हित है लिकिन ग्रोथ जल्दी होता है। कम समय मे जो कम फीड खाती है।
जो औसतन देसी फीड के मुकाबले सस्ता पड़ता है।
उद्धरण
सोनाली मुर्गी बाजार का फीड खिलाने से 70 दिन में तैयार हो जाती है। लिकिन देसी फीड खाने पर 110 दिन से 130 दिन का समय लेती है।
3आप क्या फीड खिलाना चाहते है।
मुर्गी पालन करने से पहले सुनिचित करें। कि आप मुर्गी को देसी फीड खिलाना चाहते है याँ बाजार का फ़ीड
देसी फीड खिला कर अगर आप मुर्गी पालन चाहते है। जिसमे चावल,गेहूं, मका, बाजरा, साग-सब्जी, रोटी, अजोला, घास, कीड़े, आदि शामिल होते है।
उधारण के लिये सोनाली मुर्गी का वर्गीकरण करते है।
सोनाली मुर्गी को अगर आप बाजार का फ़ीड खिलाते है तो 70 दिन में बड़ी हो जाती है जिसमे 3.5 से 4.5 Kg फ़ीड खा लेती है।
जिसकी अनुमानित लागत 120 ₹ से 160 ₹ होती है।
वही अगर आप देसी फ़ीड खिलाते है तो मुर्गी को बड़ा करने में 110 दिन से 140 दिन का समय लगता है।
जिसमे फ़ीड 8 से 10 Kg खा लेती है। जिसकी अनुमानित लागत 120 ₹ से 160 ₹ होती है।
इस लिये जरूरी है। देसी फ़ीड के साथ आपको मुर्गी को फ्री रेंज में छोड़ने की जरूरत होती है।
जिस से फ़ीड में लगने वाली लागत कम हो सके।
आप जितना अच्छा जगह मुर्गी को देते है फ्री रेंज में उतना आपका फ़ीड में लगने वाली लागत कम होगी।
और आपको उतना मनाफ़ा होगा।
जरूरी सूचना:- अगर आप देसी फीड मुर्गी को खिलाते है।
और आपको फ़ीड बनाने का अनुभव नही है तो कभी भी आप मुर्गी को 70 दिन में मुर्गी को बड़ा नही कर सकते।
70 दिन में मुर्गी को बड़ा करने के लिये बाजार का फीड खिलाना होगा।
4मुर्गी मास के लिये पालन चाहते है यां अंडे के लिये।
मुर्गी पालन अगर अंडे के लिये कर रहे है तो तीन महीने की मुर्गी होने पर लियर फीड देना होता है। जिस से मुर्गी याद अंडे दिने की क्षमता बनती है।
और अगर आप मास के लिये मुर्गी पालन कर रहे है तो प्रोटीन वाले फीड दिया जाता है जिस से मुर्गी जल्दी बड़ी होती है।
5आपके क्षेत्र में किस प्रजाति की मुर्गी ज्यादा बिक्री होती है
मुर्गी पालन से पहले अपने लोकल बाजार में जान ले कि किस प्रजाति की मुर्गियां ज्यादा बिक्री होती है।
जिस से आपको बिक्री करने में कोई समसियां ना हो अक्सर नए किसान भाई उन प्रजाति की मुर्गीयों की फार्मिंग कर लेते है।
जिनकी उनके लोकल बाजार में बिक्री नही होती। जिस से बिक्री करने में नय फार्मर को कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है
6आपके क्षेत्र में किस रंग के अंडे ज्यादा खाय जाते है
अंडे के लिये फार्मिंग करने वाले फार्मर जान ले कि अंडे किस रंग और किस साइज के अंडे की आपके लोकल बाजार में मांग है।
उसी प्रजाति की मुर्गीयों की फार्मिंग करें। जिस से सही कीमत में जल्दी से अंडे बिक्री हो सके।
7अंडे के साइज
हर प्रजाति की मुर्गी अपने गुणवत्ता के लिये जानी जाती है।
छोटी पफजाति की मुर्गी के अंडे का साइज छोटा होता है। और कई मुर्गिया बड़े साइज़ के अंडे देती है।
8तापमान कितना ऊपर नीचे होता है
अपने फार्म में मुर्गी डालने से पहले तापमान का जरूर ध्यान रखे।
तापमान ज्यादा होने पर कम मुर्गिया अपने फार्म में रखे। अधिक तापमान में अधिक मुर्गियां रखने से मुर्गियां बीमार हो जाती है।
9नमी कितना ऊपर नीचे होता है
ज्यादा नमी वाले जगह पर मुर्गी फार्मिंग में लुक्सान हो सकता है। क्योंकि ज्यादा नमी में मुर्गियां जल्दी बीमार पड़ती है।
10मुर्गे की आवाज़ से कोई परेशानी हो सकती है
अगर आपके फार्म के नजदीक गाँव है। तो गाँव वालों को उनके आवाज़ से परेशानी हो सकती है।
इस लिये अपने फार्म को गाँव से दूर बनाये।
11आपका मुर्गी पालन में कितना अनुभव है।
अगर आप मुर्गी पालन पहली वॉर शुरू कर रहे है तो छोटे स्तर से शुरू करें।
जब आपको मुर्गी पालन का अनुभव हो जाएगा तब आप बड़े स्तर पर मुर्गी पालन कर सकते है।
मुर्गी आप कोई भी प्रजाति की पाल सकते है।
मगर मुनाफा आपको वही वाली प्रजाति की मुर्गी देगी जिसकी मार्किट में ज्यादा मांग है।
हर राज और हर शेत्र में अलग अलग प्रजाति की मुर्गी की मांग होती है
फार्मिंग करने से पहले अपने मार्किट को जरूर देखें।
और ध्यान रखे कुछ प्रजाति की मुर्गी ( मुर्गा ) बहोत शोर करती है।
जिस से कही किसी को परेशानी तो नही हो सकती। इस बात का भी ध्यान रखे।
अगर आप पहली वॉर मुर्गी फार्म कर रहे है तो कोशिश करे की कम मुर्गी से शुरू करें।
जिसे आपको अनुभव हो जाएगा। मुर्गी पालन का
उसके बाद आप बड़ा फार्म चला सकते है।
अधिक जानकारी के इस वीडियो को भी देख सकते है।
मुर्गी पालन शुरू करने से पहले
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मुर्गी पालन शुरू करने का सबसे बेहतर तरीका |
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𝔇𝔢𝔰𝔦 ℌ𝔢𝔫 𝔅𝔲𝔰𝔦𝔫𝔢𝔰𝔰 𝔉𝔞𝔯𝔪𝔢𝔯𝔰 | 𝔡𝔢𝔰𝔦 𝔭𝔬𝔲𝔩𝔱𝔯𝔶 𝔣𝔞𝔯𝔪𝔦𝔫𝔤 𝔇𝔢𝔰𝔦 𝔉𝔞𝔯𝔪𝔦𝔫𝔤 1000 बर्ड को पालने मे खर्चा और कमाई कितनी होती है।
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हमारा पशुधन मुर्गी पालन कैसे शुरू करें |