chicks brooding
चूज़े के रूम को गर्म ( chicks brooding ) करने के लिये उपयोग करने वाले उपकरण।
- इलैक्ट्रिक ब्रूडर
- रूम हीटर
- गैस ब्रूडर
- 100 वाट 200 वाट के बल्ब
- गैस लैंप
- मिट्टी के तेल वाला हीटर
- चूल्हा और अंगीठी
मुर्गी के चूजे को पालने के लिय रूम का तप्पमन 35℃ से 36℃ रखने जी जरूरत होती है।
जिसके लिये आप इन उपकरणों का प्रयोग कर सकते है। अपने बचत और मौसम कितना ठंडा है। और साथ ही आपका फार्म कितना बड़ा है। चूज़े कितने है।
इन सभी बातों को समझते हुये सही उपकरण का चुनाव करें
1 से 7 दिन चूजे कैसे पालें जाने
इलैक्ट्रिक ब्रूडर से chicks brooding करें।
चूज़े को गर्मी देने के लिये। सबसे ज्यादा उपयोग में लिए जाने वाला उपकरण इलैक्ट्रिक ब्रूडर ( Electric Brooder )

Electric Brooder:-
इलैक्ट्रिक ब्रूडर खास चूजों के ब्रूडिंग के लिये बनाया गया यंत्र है।
यह 500 से 2000 वाट की बिजली से चलता है, अगर आप चाहे तो इस से छोटे यां इस बड़े ब्रूडर का भी इस्तिमल कर सकते है,
अपने फार्म के लिय इलैक्ट्रिक ब्रूडर छोटा ले यां बड़ा?
जैसे की एक से सात दिन तक चूजे पालने मे हमेशा ध्यान रखना होता है, एक ही जगह चूजों को जमा होने से रोकना होता है,
इस लिय एक ही जगह चूजों को जमा होने से रोकने के लिय, हमेशा छोटे छोटे ब्रूडर का इस्तिमल करें, जिस से आप एक से ज्यादा जगहों पर ब्रूडर को लगा कर, चूजों को अलग अलग जहाग पर छोटे छोटे झुंड मे रख सकें। जैसे 1000 चूजों के लिय 2000 वाट का एक इलैक्ट्रिक ब्रूडर लेने से एक ब्रूडर के नीचे सभी चूजे बैठेंगे तो 1000 चूजों का झुंड, और अगर 500-500 वाट के 4 ब्रूडर तो 250-250 के 4 झुंड होंगे जो चूजों के लिय सही है।
इस लिय हमेशा छोटे छोटे मगर संखिया मे ज्यादा ब्रूडर का प्रयोग करें
इलैक्ट्रिक ब्रूडर दो तरह के होते है।
- साधारण इलैक्ट्रिक ब्रूडर
- ऑटोमैटिक इलैक्ट्रिक ब्रूडर
साधारण इलैक्ट्रिक ब्रूडर लगाने में रखे जाने वाली सावधानियां।
- जमीन से कितनी उचाई पर इलैक्ट्रिक ब्रूडर लगाना चाहिए ,
- इसको सही से मापने के लिये थर्मोमीटर ( HTC ) जमीन पर रख कर देखें। इलैक्ट्रिक ब्रूडर जमीन पर कितनी गर्मी दे रहा है।
- इलैक्ट्रिक ब्रूडर चलाने के एक से दो घंटे बाद फिर से तापमान की जांच करें,
- कुछ देर ब्रूडर चलने के बाद गर्मी ज्यादा हो सकता है, यदि चूजों के अनुकूल से यादा तापमान हो तो ब्रूडर को और उचा करें।
- इलैक्ट्रिक ब्रूडर बिजली से चलने वाला यंत्र है,
- इस लिय यदि बिजली कट होती है, तो जनेटोर जां गैस ब्रूडर का इंतिजाम पहले से करके रखें।
ऑटोमैटिक इलेक्ट्रिक ब्रूडर क्या है?
बिजली से चलने वाला ब्रूडर जीमे तापमान को जांच कर, तापमान के कम होने पर खुद चल पड़े और समान्य तापमान होने पर खुद बंद हो जाए उसे ऑटोमैटिक इलेक्ट्रिक ब्रूडर कहते है,
ऑटोमैटिक इलेक्ट्रिक ब्रूडर को अगर -35℃ और +36℃ मे सेट करें, तो 35℃ से तापमान कम होते ही चल जाता है और 36℃ से ज्यादा होते ही बंद हो जाता है।
ऑटोमैटिक इलैक्ट्रिक ब्रूडर लगाने में रखे जाने वाली सावधानियां।
- तापमान को जाँचने वाले सेन्सर को चूजे से दो इंच से तीन इंच ऊपर रखें।
- सेन्सर जिस जगह होता है, उस जगह के तापमान से ब्रूडर नियंत्रित करता है।
- ऑटोमैटिक इलैक्ट्रिक ब्रूडर को लगाने से पहले सेन्सर की जांच करें।
- सेन्सर काभी काभी खराब होने के कारण सही तापमान नहीं दिखाता, इसकी जांच के लिय थरमोमिटोर ( htc ) को सेन्सर के पास रख कर तापमान को देखें।
- ऑटोमैटिक इलेक्ट्रिक ब्रूडर बिजली से चलने वाला यंत्र है,
- इस लिय यदि बिजली कट होती है, तो जनेटोर जां गैस ब्रूडर का इंतिजाम पहले से करके रखें।
तापमान को बढ़ाने मे अगर असफल हो रहे हैं तो आप ब्लैक ब्रूडिंग ( Black brooding process ) कर सकते है,
रूम हीटर से chicks brooding करें।
घरों में इस्तेमाल किए जाने वाले। रूम हीटर के इस्तिमल से चूजे ( chicks brooding ) ब्रूडिंग कर सकते हैं।

रूम हीटर से ब्रूडिंग करने में रखे जाने वाली सावधानियां।
- रूम हीटर chicks बाउंड्री के अंदर इतनी उचाई पर रखें जिस पर चूजे न चढ़ सके
- अगर हीटर ज्यादा नीचे रखते है, तो हीटर से निकलने वाली हवा सीधा चूजों को लगती है, जो बहुत गरम होता है जो चूजों को नुकसान कर सकता है।
- तापमान की जांच करें,
- जिस जगह हीटर की हवा जा रही है, उस जगह का तापमान कितना राहत है।
- हीटर से निकालने वाली गरम हवा चूजों को ना लगने दें।
- चूजे निर्जलीकरण होने का जोखिम होता है।
- हीटर बिजली से चलने वाला यंत्र है,
- इस लिय यदि बिजली कट होती है, तो जनेटोर जां गैस ब्रूडर का इंतिजाम पहले से करके रखें।
तापमान को बढ़ाने मे अगर असफल हो रहे हैं तो आप ब्लैक ब्रूडिंग ( Black brooding process ) कर सकते है,
गैस ब्रूडर से chicks brooding करें।
मुर्गी फार्म मे दूसरा सबसे ज्यादा उपयोग मे लिय जाने वाला उपकरण गैस ब्रूडर है।

गैस ब्रूडर छूटे सेलेन्डर और बड़े सेलेन्डर दोनों के लिय बाजार मे बड़ी ही आसानी से मिल जाता है।
गैस ब्रूडर से ब्रूडिंग करने में रखे जाने वाली सावधानियां।
- एक सलेन्डर मे अधिक ज्यादा संखिया मे ब्रूडर को ना लगाएं,
- एक सेलेन्डर मे बहुत ज्यादा ब्रूडर को लगाने से कुछ समय के बाद सेलेनडर ठंडा हो जाता है, गैस निकलना काम हो जाता है, जिस से ब्रूडर कम गर्मी देने लगता है,
- गैस ब्रूडर चलाने के 10 से 15 मिनट बाद, तापमान की जांच करें।
- जिस जगह चूजे बैठेंगे थर्मोमीटर ( HTC ) को रख कर तापमान को देखें, किउकी ब्रूडर पूरी तरह से गरम होने के बाद ज्यादा हिट करने लगता है,
तापमान को बढ़ाने मे अगर असफल हो रहे हैं तो आप ब्लैक ब्रूडिंग ( Black brooding process ) कर सकते है,
100 वाट 200 वाट के बल्ब से chicks brooding करें।
कम खर्चे मे चूजे ब्रूडिंग करने का, सबसे आसान तरीका 100 से 200 वाट के बलब से ब्रूडिंग करना।

100 वाट 200 वाट के बलब बहुत गरम होते है, और बलब एक समान्य रूप से गर्मी देते है जो चूजों के लिय बहुत अच्छा होता है।
बलब से चूजे ब्रूडिंग करने के लिय, एक लाइन मे बलब को लटका कर चूजों को गर्मी दे सकते है।
बलब से ब्रूडिंग करने में रखे जाने वाली सावधानियां।
- जमीन से बलब को एक से दो फिट की उचाई पर लटकाएं।
- इसको सही से मापने के लिय बल्ब के नीचे थरोमिटर रख कर जांच करें। जमीन कितना गरम हो रहा है। ज्यादा गरम होने पर बलब को ऊपर और कम होने पर बलब को नीचे करने की जरूरत हो सकती है।
- एक स्थान पर एक ही बलब को लगाएं।
- ब्लैब को गुच्छों में ना लगाएं। एक बलब से बुसरे बलब की दूरी काम से काम 3 से 4 फिट की रखें। \
- बलब बिजली से जलता है।
- इस लिय यदि बिजली कट होती है, तो जनेटोर जां गैस ब्रूडर का इंतिजाम पहले से कर के रखें।
तापमान को बढ़ाने मे अगर असफल हो रहे हैं तो आप ब्लैक ब्रूडिंग ( Black brooding process ) कर सकते है,
गैस लैंप से chicks brooding करें।
जिनके फार्म मे बिजली नहीं होती उनके लिय सबसे बहत है, गैस लैंप से जे गर्मी के साथ साथ रोशनी भी करता है।
जिससे फार्मर को अलग से रोशनी की जरूरत नही होती।
गैस लैंप से ब्रूडिंग करने में रखे जाने वाली सावधानियां।
- चूज़े गैस लैंप के चारो तरफ गेर कर बैठते है,
- इस लिये ध्यान रखें, लैंप से दूर बैठे चूजों को जब ठंड लगती है। वो लैंप के नजदीक आने की कोशिश करते है, और सामने बैठे चूजों के ऊपर चढ़ने लगते है। इस लिये एक लैंप में उतने ही चूजों को रखें जितनो को आराम से गर्मी मिल सके।
- छोटे सिलेंडर वाले गैस लैंप ज्यादा देर चलने से गर्म हो जाते है।
- ध्यान रखें चूज़े सिलेंडर से सट कर ना बैठ सके, सिलेंडर गर्म होने पर चूज़े सिलेंडर से दूर जाने की कोशिश करते है, मगर पीछे बैठे चूज़े आगे की तरफ ठेलते रहते है। जिस से चूज़े को नुकसान हो सकता है।
- गैस लैंप को कितना ऊपर करना है।
- इसके लिये थर्मोमीटर ( HTC ) से तापमान की जांच करें।
मिट्टी के तेल वाला हीटर से chicks brooding करें।
मिट्टी के तेल वाले हीटर को केरोसिन तेल का हीटर भी कहते है।
दिहाती जगाओं में सबसे ज्यादा उपयोग में लिया जाने वाला हीटर जो मुर्गी फार्मिंग करने वालों के लिये आसान विकल्प है।

मुर्गी के चूजे ब्रूडिंग के लिय मिट्टी के तेल वाले हीटर बहुत कारगर है दिहाती जगहों मे जे कम खर्चे और आसान होता है।
मिट्टी के तेल वाले हीटर से ब्रूडिंग करने में रखे जाने वाली सावधानियां।
- चूजे अक्सर हीटर से सट बैठते है। इस लिय हीटर को थोड़ा ऊपर करके रखें।
- चलाने के कुछ देर बाद ही मिट्टी तेल वाले हीटर की टंकी गरम हो जाती है। सट कर बैठने से चूजे को नुकसान हो सकता है।
- मिट्टी के तेल वाले हीटर कुछ देर क बाद धीमा पड़ सकता है,
- इस लिय रात को कुछ देर बाद बाद जांच करते रहें।
- हमेशा चूजों के पास टर्मोमीटर ( HTC ) को रखें,
- हीटर हमेशा एक समान गर्मी नहीं देता समय समय पर थर्मामीटर पर तापमान की जांच करते रहें।
तापमान को बढ़ाने मे अगर असफल हो रहे हैं तो आप ब्लैक ब्रूडिंग ( Black brooding process ) कर सकते है,
चूल्हा और अंगीठी से chicks brooding करें।
चूजे ब्रूडिंग के लिय चूल्हे और अंगीठी का इस्तिमल करें।
चूल्हा हो यां अंगीठी बनाने से पहले आपको एक बात का ध्यान रखते हुए चूल्हे और अंगीठी को बनाना है, चूजे की पहुच से चूल्हा अंगीठी दूर रहे और फार्म मे धुआँ फैलने से रोकना है।

चूल्हा और अगीठी से ब्रूडिंग करने में रखे जाने वाली सावधानियां।
- फार्म के बाहर अंगीठी जलाएं,
- जब धूयाँ खतम हो जाए तभी फार्म के अंदर ले कर आएं,
- चूजे आग के खतरे से अनजान होते है,
- इस लिय आग चूजे के पहुँच से दूर रखें।
- समय समय पर तापमान की जांच करें।
- चूल्हे के तापमान को एक समान रखना मुश्किल होता है इस लिय थर्मोमीटर को चूजों के पास रखें।
तापमान को बढ़ाने मे अगर असफल हो रहे हैं तो आप ब्लैक ब्रूडिंग ( Black brooding process ) कर सकते है,
एक दिन के चूजे को पालने मे रखे जानी वाली सावधानियाँ और जरूरी जानकारियाँ
- चूजे के पहले सात दिन तापमान को चूजों के अनुकूल रखें।
- चूजे के सही विकास के लिय सधी तापमान का होना बहुत जरूरी होता है।
- एक दिन के चूजे को 35℃ से 36 ℃ तापमान मे रखने की जारूरत होती है,
- पोस्टिक आहार के साथ साथ खेलने कूदने के लिय जगह देने की जरूरत होती है,
- बीमारी का पहला लक्षण फ़ीड खाने मे कमी और साथ मे पतली लेटरिंग का होना,
- 1 से 7 दिन चूजे कैसे पालें जाने